महाराणा प्रताप के बाद भी मुगलों के खिलाफ मेवाड़ का संघर्ष समाप्त नहीं हुआ। अमर सिंह ने अपने पिता के नक्शे-कदम पर चलते हुए मुगलों के खिलाफ कई युद्ध लड़े। उन्होंने मेवाड़ को स्वतंत्र रखने के लिए हर संभव प्रयास किया। उनके जीवन का एक बड़ा हिस्सा संघर्षों में गुजरा, जिसमें उन्होंने मुगलों के साथ कई महत्वपूर्ण लड़ाइयाँ लड़ीं और अपने पिता की वीरता और साहस की परंपरा को आगे बढ़ाया। With Dream Machine AI