रामायण का अद्भुत दृश्य: हनुमान जी का लंका में प्रवेश लंका का दृश्य: लंका का विशाल, भव्य शहर राक्षसों से घिरा हुआ था। रावण का महल आकाश तक ऊँचा था। हनुमान जी का आगमन: हनुमान जी विशाल बंदर के रूप में लंका की ओर बढ़े, उनकी आँखों में संकल्प और साहस था। वे उड़ी रहे थे, जैसे आकाश में एक आंधी। अशोक वाटिका: हनुमान जी ने लंका के भीतर प्रवेश किया और अशोक वाटिका में सीता माता को देखा। वे उदास और ग़मगीन बैठी थीं, रावण के कष्टों से त्रस्त। सीता माता से संवाद: हनुमान जी ने सीता माता से बातचीत की और उन्हें राम का संदेश दिया। अंगूठी दिखाकर राम के प्रति अपनी निष्ठा प्रकट की। सीता माता की आँखों में उम्मीद की झलक आई। लंका का दहन: हनुमान जी ने लंका के राक्षसों को चुनौती दी और अपनी पूँछ में आग लगाकर पूरे लंका को जलाना शुरू कर दिया। आग के लपटों में लंका जलने लगी, और रावण के महल का संहार हुआ। हनुमान जी का संदेश: रावण को चेतावनी देते हुए, हनुमान जी ने उसे राम के सामने समर्पण करने की सलाह दी। उनके साहस और शक्ति ने लंका को हिला दिया। यह दृश्य रामायण के एक रोमांचक और प्रेरणादायक अध्याय को दर्शाता है, जिसमें हनुमान जी की शक्ति, निष्ठा और वीरता प्रकट होती है। With Dream Machine AI

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