"दिन जब बिल्ली ने चश्मा पहना" नामक कहानी :- ---किरदार :- मिलो** : एक शरारती बिल्ली जो खोजबीन करना पसंद करती है। मिली** : एक जिज्ञासु छोटी लड़की जो मिलो की मालकिन है। --- दृश्य 1: मिली का लिविंग रूम :- (मिलो सोफे पर आराम कर रही है, तभी लिली चश्मा लेकर अंदर आती है।) मिली : मिलो, देखो मुझे क्या मिला! दादी का पुराना चश्मा! मिलो : "म्याऊँ? यह क्या है? मिली : "यह चश्मा तुम्हें बेहतर देखने में मदद करता है। क्या तुम इसे आजमाना चाहोगी?" मिलो : अरे वाह! सब कुछ इतना अजीब क्यों दिख रहा है? --- दृश्य 2 : किचन (मिलो चश्मा पहनकर किचन के काउंटर पर कूदती है। वह फलों का एक कटोरा देखती है और हैरान हो जाती है।) मिलो : क्या ये रंगीन गेंदें हैं? मुझे इनके साथ खेलना चाहिए! मिली : मिलो, नहीं! ये फल हैं, खिलौने नहीं! --- दृश्य 3 : बगीचा (मिलो चश्मा पहनकर बाहर भागती है। वह एक तितली देखती है और उसका पीछा करती है लेकिन चश्मे की वजह से सब कुछ धुंधला दिख रहा है।) मिलो : आसमान इतना डगमगा क्यों रहा है और यह फूल मेरा पीछा क्यों कर रहा है? (मिली वहाँ पहुँचती है और मिलो का चश्मा उतार देती है।) मिली : मिलो, तुम बहुत शरारती बिल्ली हो! (मिलो पलकें झपकाती है और चारों तरफ देखती है।) मिलो : आह अब सब कुछ ठीक है। अब कोई डगमगाता आसमान नहीं! --- समापन दृश्य :- (मिली और मिलो एक साथ हँसते हैं और स्क्रीन धीरे-धीरे फेड आउट हो जाती है।) With Dream Machine AI