सर्दियों की रात थी, जब शहर के सबसे शांत मोहल्ले में चीख की आवाज़ गूंज उठी। कोहरा इतना गहरा था कि हाथ को हाथ नहीं दिख रहा था। अचानक पास की गली से किसी के दौड़ने की आवाज आई, और फिर सब कुछ एकदम शांत हो गया। जैसे ही सुबह की पहली किरणें जमीन पर पड़ीं, एक नई लाश के मिलने की खबर पूरे शहर में फैल गई। इंस्पेक्टर राजवीर उस इलाके के सबसे होनहार अफसर थे। ये तीसरी लाश थी, और हर बार की तरह इस बार भी कातिल ने एक अजीब सुराग छोड़ा था-एक टारो कार्ड। कार्ड पर 'मौत' का चित्र बना हुआ था, जैसे कोई संदेश देने की कोशिश कर रहा हो। राजवीर ने सबूतों की जांच की, लेकिन कुछ भी ठोस हाथ नहीं लगा। ये मामला अब उनके लिए सिर्फ एक केस नहीं, बल्कि एक जुनून बन चुका था। तभी किसी ने सुझाव दिया कि शहर में हाल ही में आई मशहूर साइकोलॉजिस्ट और आध्यात्मिक गुरु डॉ. शालिनी सेन से मदद ली जाए। With Dream Machine AI