एक समय की बात है, एक छोटे से जंगल में एक घमंडी खरगोश रहता था, जिसका नाम था टोकू। टोकू को दौड़ने में बहुत घमंड था। वह हमेशा जंगल के दूसरे जानवरों को चुनौती देता और कहता, "मैं सबसे तेज़ हूँ, कोई मुझे हरा नहीं सकता!" एक दिन, एक छोटा कछुआ, जिसका नाम था धीरू, ने टोकू को दौड़ की चुनौती दी। सभी जानवर हैरान रह गए, लेकिन धीरू ने कहा, "धीरे चलने वाला भी जीत सकता है, अगर वह लगातार कोशिश करे।" दौड़ शुरू हुई। टोकू तेज़ी से भागा और जल्दी ही धीरू से आगे निकल गया। वह इतना आश्वस्त था कि उसने सोचा, "मैं तो जीत ही गया हूँ, क्यों न थोड़ा आराम कर लूँ?" वह एक पेड़ के नीचे सो गया। इस बीच, धीरू धीरे-धीरे लेकिन लगातार चलता रहा। वह रुका नहीं और धीरे-धीरे टोकू को पीछे छोड़ दिया। जब टोकू की नींद खुली, तो वह तेज़ी से दौड़ा, लेकिन तब तक धीरू फिनिश लाइन पार कर चुका था। सभी जानवरों ने धीरू की जीत का जश्न मनाया। टोकू को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने माफी माँगी। उस दिन से टोकू ने सीखा कि घमंड करना ठीक नहीं है और लगातार मेहनत करने वाला ही सफल होता है With Dream Machine AI